उसके लब बोल नहीं पाते
मगर उसकी आँखें बहुत कुछ बयाँ करती हैं

और मैंने सुना है मस्जिद में बैठ कर
वो मेरे लिए , अपने हाथों से दुआ करती हैं

और वो खाने के बगैर एक पल नहीं रह सकती
मगर वो मेरे लिए दिन भर रोजा रखती हैं